वरुण को दोष देने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि इस तरह के बयान तो कई नेता देते रहे है. पर वरुण का बयान चुनाव के समय आया है. 2005 मे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने भी कहा था और तब वहाँ राजनाथ सिंह भी थे लेकिन लोगों को सज़ा अपने क़द के अनुसार मिलती है.वरुण ने जो कहा वह ग़लत है ही पर उससे भी ग़लत अब उस पर होने वाली राजनीत में होगा. कभी कविता लिखने वाले ये वरुण गांधी वह नहीं हैं जो भारत को एकजुट कर सकें.
DIPAK D। CHUDASAMA HYDERABAD
(बीबीसी में)
( photo : akhilesh bharos flickr ke chhattisgarh teg me)
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