लखीमपुर खीरी जनपद में आई बाढ़ में एक सिख ने अपनी पगड़ी से 8 डूबते हुए लोगों को बचा लिया पर इस खबर ने शायद ही कोई स्थान प्राप्त किया हो। आज जब धर्म के नाम पर मारामारी के अतिरिक्त कुछ भी नहीं बचा है, तो इस तरह से धार्मिक भावना की वस्तु के माध्यम से जान बचाना सुखकरी ही लगता है। क्या उन्हें कोई वीरता पुरस्कार दिया जाएगा या पुरस्कार भी राजनेताओं के लिए ही हैं।
डा० आशुतोष , drashu@gmail।com
http://khabar.ndtv.com/Leisure/YourExperienceListing.aspx?Id=४९७ पर (साभार)
मंगलवार, 28 अप्रैल 2009
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