गुरुवार, 7 मई 2009

जूते किधर है

आईजी सहित आठ गिरफ्तारनई दिल्ली। नक्सलियों से ल़ड़ने के लिए बनाए गए कोबरा बल में भर्ती घोटाले में सीबीआई ने सीआरपीएफ के आईजी को गिरफ्तार किया है। महानिरीक्षक के अलावा सात अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है। विशेष कोर्ट ने उन्हें ६ दिन की पुलिस रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया।बिहार रेंज के आईजी पुष्कर सिंह को पटना से गिरफ्तार किया, जबकि कमांडेंट यजबिंदर सिंह और निलंबित कांस्टेबल मुकेश कुमार को झारखंड से गिरफ्तार किया गया है। मुकेश दलालों का सरगना है। सीबीआई के अतिरिक्त महानिदेशक हर्ष भाल के मुताबिक पुष्कर सिंह के पास से २३ लाख रु. नकद, १५ लाख रु. की एफडीआर, किसान विकास पत्र तथा बेहिसाब संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। कुमार की तीसरी पत्नी स्वाति के पास से ७० लाख रु. मिले, उसे भी गिरफ्तार किया गया है। पक़ड़े गए अन्य व्यक्तियों में घोटाले के दलालों के सरगना मुकेश कुमार के साथी सिंधूनाथ शर्मा और पप्पू कुमार शामिल हैं। सीआरपीएफ बटालियन के कमांडेंट परगट सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। मुकेश कुमार की पहली पत्नी का भाई त्रिपुरारी कुमार उर्फ बबलू भी गिरफ्तार किया गया है।

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शिक्षाकर्मी भर्ती में फर्जीवाडा

नवागढ़ में सन्‌ २००७ में हुए शिक्षाकर्मी भर्ती फर्जीवाड़ा में बुधवार को अचानक नया मोड़ उस समय आया जब नवागढ़ के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी बीएस सिदार को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। उनकी गिरफ्तारी पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय बेमेतरा में हुई। उनके खिलाफ धारा ४२०, ४६७, ४६८, ४७१, ३४ के तहत कार्रवाई की गई है। वे वर्तमान में रायपुर जिला पंचायत में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में पदस्थ हैं।गौरतलब है कि बीएम सिदार वर्ष २००७ में नवागढ़ में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। उस समय शिक्षाकर्मी भर्ती में व्यापक पैमाने पर फर्जी प्रमाणपत्रों का खुलकर उपयोग कर नियुक्तियाँ दी गई थीं।

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