शनिवार, 2 मई 2009

धान खरीदी पर ऊँगली

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर धान खरीदी में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है तथा सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रमन सरकार ने राज्य में 41 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा था और 37 लाख टन धान की खरीदी की गई। लेकिन राज्य के 33 तहसीलों में सूखा पड़ने के बाद भी 37 लाख टन धान की खरीदी करना संदेह को जन्म दे रहा है।
साहू ने आरोप लगाया कि राज्य शासन के कुछ लोगों की मिलीभगत से बडे़ व्यापारियों ने दूसरे प्रदेशों का धान लाकर यहां बेचा है जिसके कारण राज्य को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में लगभग 15 सौ करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार इस मामले की सीबीआई से जांच कराए और श्वेत पत्र भी जारी करे।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस मामले की जांच नहीं कराती है तब उनकी पार्टी इस मामले को लोक आयोग के पास लेकर जाएगी।
साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धान उत्पादन का औसत प्रति एकड़ 15 क्विंटल का है लेकिन धान खरीदी के दौरान जिस किसान के पास तीन एकड़ खेत है उससे भी तीन सौ क्विंटल धान खरीदा गया। इससे साफ जाहिर होता है कि धान खरीदी में करोड़ों का भ्रष्ट्राचार किया गया है।
धनेंद्र साहू ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि बड़े व्यापारियों ने सूखाग्रस्त क्षेत्रों के भोले भाले किसानों को कुछ धन का लालच देकर उनसे ऋण पुस्तिका हासिल कर लिया तथा दूसरे प्रदेशों से धान लाकर यहां ज्यादा कीमत में बेच दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि ऐसे व्यापारियों को राज्य शासन के कुछ लोगों का संरक्षण प्राप्त है। यदि इस मामले की जांच कराई जाती है तब इसका खुलासा हो सकेगा।

http://www.blogger.com/post-create.g?blogID=5774082726915353722 (साभार)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें